िसतारों-की
झिलमिलाती
दीपमालिका।
अंधेरी
सुबह का जुनून
बिखरी हुई
हवाअों का झोंका।
टप-टप बरसती बूँदें
अौर सोंधी महक
तुम्हारी
स्मृति की।
बदली अौर तारे
एक साथ
विरुद्धों का सामंजस्य
तुम
अौर
तुम्हारी याद
bahut hi sundar bhaw wali rachana ........jo dil ko chhoo gayi
मधुर कविता।
apke jeevan me varsha ka sammohan ka mahatva ab gyat hua
बारिश वाकई कई यादों को ताज़ा कर देती है
aap ke rachna bahut sunder hi,there is no words
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5 टिप्पणियां:
bahut hi sundar bhaw wali rachana ........jo dil ko chhoo gayi
मधुर कविता।
apke jeevan me varsha ka sammohan ka mahatva ab gyat hua
बारिश वाकई कई यादों को ताज़ा कर देती है
aap ke rachna bahut sunder hi,there is no words
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